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Telangna Election: तेलंगाना में वर्ष 2023 में राज्य विधानसभा चुनाव (Assembly Election) प्रस्तावित हैं लेकिन मई 2022 में ही चुनावी गतिविधियां और हलचल तेज होती हुई साफ देखी जा सकती हैं. इसी क्रम में सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) इन दिनों बीजेपी (BJP) पर हमलावर है. सीएम के.सी.राव की बेटी एमएलसी के.कविता (Kavitha Kalvakuntla) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तगड़ा निशाना साधा है.
कविता ने देश में बढ़ती महंगाई पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी है तो मुश्किल है. उन्होंने कहा कि आज जीडीपी पाताल में है, महंगाई आसमान में है. पेट्रोल गैस सिलेंडर डीजल के दाम आसमान पर है और आम आदमी की आमदनी पाताल में है. इसलिए मैं कहती हूं कि मोदी है तो मुश्किल है.
मोदी है तो मुश्किल है ।।
जीडीपी पाताल में है महंगाई आसमान में।।
पेट्रोल गैस सिलेंडर डीजल के दाम आसमान पर है और आमदनी पाताल मैं है ।।
क्यों कि मोदी है तो मुश्किल है ।। pic.twitter.com/U6y3ayw5w6
— Kavitha Kalvakuntla (@RaoKavitha) May 21, 2022
तेलंगाना के दौरे पर टीआरएस पर क्या बोले थे गृहमंत्री अमित शाह ?
इससे पहले सोमवार को एकतरह से चुनावी बिगुल फूंकते हुए केंद्रीय गृहमंत्री और बीजेपी नेता अमित शाह ने शनिवार को कथित भ्रष्टाचार को लेकर राज्य की टीआरएस सरकार को घेरा था. शाह ने सीएम राव पर चुनावी वादे पूरा नहीं करने का आरोप लगाया था.
उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर राव तेलंगाना को बंगाल बनाना चाहते हैं. उन्होंने वादा किया कि बीजेपी के सत्ता में आने पर अल्पसंख्यक आरक्षण को खत्म करेगी. वहीं शाह ने बीजेपी के अगले साल होने वाले चुनाव में खुद को पूरी तरह से तैयार होने की बात कही थी और तेलंगाना की जनता से हैदराबाद के निजाम (मौजूदा सरकार) को बदलने की अपील की थी.
के. चंद्रशेखर राव ने बीजेपी पर बोला था हमला
वहीं, तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) के प्रमुख और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने बुधवार को देश को राजनीतिक मोर्चों या राजनीतिक पुनर्गठन की नहीं बल्कि वैकल्पिक एजेंडे की जरूरत बताई थी. उन्होंने ‘नई राजनीतिक ताकत’ के उदय का आह्वान किया था जिसमें उनकी पार्टी देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा सके.
बीजेपी पर किया था परोक्ष हमला
मुख्यमंत्री राव ने बीजेपी पर परोक्ष हमला करते हुए कहा कि देश दिल्ली और कर्नाटक में हाल की घटनाओं के साथ सांप्रदायिक संघर्ष देख रहा है, जबकि धर्म से इतर, विकास और लोगों के कल्याण पर जोर दिया जाना चाहिए था.
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